बुधवार, 13 दिसंबर 2017

"मैंने बनाई है एक मूरत"


10 टिप्‍पणियां:

  1. बहारो सी हंसी ,आँखों के इशारे (दुनिया पलटने वाले )और अदाओं को ला पाते तो "उसकी" महत्ता ही क्या रह जायेगी ?? यही तो है जो उसे परिभाषित करती है ।।😉😉😉

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