तड़प प्यास बेसब्री
इन्तेहा इंतेज़ार फिर क्रोध
उठता ग़ुबार
दहकता अंतर्मन
बदला जुनून सुकून फ़िर
क्षणिक संतोष घमण्ड
गर्व उन्माद पुनरावृतियाँ
असन्तोष पश्चाताप
पछतावा ध्यान दान
मानवता फिर
एक अशोक का हृदय परिवर्तन
परिनिर्वाण शाश्वत...
#दीपक©✍
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