आज फिर कलम से..✍~Aaj phir kalam se..✍
◆●◆गहरी बातों के डिजिटल रास्ते◆●◆ #दीपक©✍ BestHindi-poetry-कवितायें-स्वरचित
शनिवार, 16 दिसंबर 2017
वहाँ परछाईं मेरी खड़ी है
digitalsyaahi.blogspot.com By :- Deepak Vishwakarma #दीपक©✍
2 टिप्पणियां:
शुभम
16 दिसंबर 2017 को 11:03 pm बजे
अदभुत💐👌
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दीपक विश्वकर्मा
17 दिसंबर 2017 को 4:42 am बजे
अद्भुत
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"चेतना" (अभिप्रेरणा - ०३ )
"चेतना" (अभिप्रेरणा - ०३ )
कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं
∆◆आत्मविश्वास◆∆
अदभुत💐👌
जवाब देंहटाएंअद्भुत
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